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Rewa News: रीवा बोरवेल हादसे के बाद मुख्यमंत्री मोहन यादव की बड़ी कार्यवाही, मृतक बच्चे के परिवार को भी 4 लाख की मदद का ऐलान

मध्य प्रदेश के रीवा जिले में बोरवेल हादसे के बाद मुख्यमंत्री मोहन यादव की बड़ी कार्यवाही, मयंक के परिजनों को भी सहायता राशि का ऐलान

Rewa News: मध्य प्रदेश के रीवा जिले में बोरवेल हादसे के बाद मुख्यमंत्री मोहन यादव ने बड़ी कार्यवाही की है. बता दें कि रीवा जिले के जनेह थाना क्षेत्र अंतर्गत मनिका गांव में 6 वर्षीय बच्चा एक सूखे बोरवेल में गिर गया था. जिसे बचाने के लिए पूरा प्रशासनिक अमला एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम ने लगभग 44 घंटे से अधिक समय तक रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया पर मासूम बच्चे को बचाया नहीं जा सका.

इस घटना के बाद मुख्यमंत्री मोहन यादव ने दुख जताया है और मृतक बच्चे के परिजनों को 4 लाख रुपए की सहायता राशि का ऐलान किया है इसके साथ ही उन्होंने कड़ी कार्यवाही करते हुए त्योंथर जनपद CEO एवं त्योंथर पीएचई SDO को निलंबित करने का आदेश दिया है.

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मुख्यमंत्री मोहन यादव ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट “X” पर ट्वीट करते हुए लिखा है कि “रीवा जिले के मनिका गांव में बोरवेल में गिरे मासूम बच्चे मयंक को प्रशासन के लगातार और अथक प्रयासों के बाद हम नहीं बचा सके। मन अथाह दु:ख और पीड़ा से भरा है। ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति एवं परिजनों को यह गहन दु:ख सहन करने की शक्ति प्रदान करें।”

पीड़ित बच्चे के परिजनों को रेडक्रॉस की ओर से ₹4 लाख की आर्थिक सहायता प्रदान की गई है। दु:ख की इस घड़ी में, मैं और मध्यप्रदेश सरकार मयंक के परिजनों के साथ खड़े हैं। इस मामले में जवाबदेही तय करते हुए सीईओ जनपद त्योंथर एवं एसडीओ पीएचई त्योंथर को निलंबित करने के निर्देश दिए हैं। मेरा आप सभी से अनुरोध है कि ऐसे बोरवेल को ढक कर रखें, ताकि इस तरह की घटनाओं को भविष्य में रोका जा सके.”

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यह हादसा तब हुआ जब शुक्रवार की दोपहर बच्चा मयंक आदिवासी अपने अन्य दोस्तों के साथ खेत में गेहूं की बालियां बनने गया था. इसी दौरान खेत में मौजूद 70 फीट गहरे बोरवेल में बच्चा गिर गया काफी देर तक गांव के लोगों ने बच्चों को खुद से निकलने का प्रयास किया पर असफल रहे इसके बाद पुलिस और प्रशासन को सूचना दी गई और रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया.

आठ जेसीबी मशीनों के माध्यम से 44 घंटे तक खुदाई की गई और सुरंग बनाकर जब मयंक तक पहुंच गया तो सब की होश उड़ गए. क्योंकि मयंक तब तक जिंदगी की जंग हार चुका था. इस दौरान पूरा प्रशासनिक अमला शुक्रवार से मौके तैनात था पर बच्चों को बचाया नहीं जा सका.

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